Diesel Subsidy Scheme: देश के कई हिस्सों में भारी बारिश के बीच कुछ राज्य अभी भी सूखे जैसे हालात का सामना कर रहे हैं। इससे किसानों के लिए मुश्किल हालात पैदा हो गए हैं, जो अपनी फसल बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। धान उगाने वाले किसानों के लिए स्थिति खास तौर पर मुश्किल है, क्योंकि उन्हें सिंचाई के लिए बहुत ज़्यादा पानी की ज़रूरत होती है।
इन किसानों की मदद के लिए कई राज्य सरकारों ने डीज़ल सब्सिडी योजना शुरू की है। इस योजना के तहत, जो किसान अपने खेतों की सिंचाई के लिए डीज़ल पंप का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें डीज़ल पर सब्सिडी मिलेगी। इसका मतलब है कि सरकार डीज़ल की लागत का कुछ हिस्सा वहन करेगी, जिससे किसानों के लिए सिंचाई सस्ती हो जाएगी। यह सहायता किसानों को इस मुश्किल समय में अपनी फसल बचाने में मदद करेगी। आइए Diesel Subsidy Scheme के बारे में विस्तार से जानते हैं…
Diesel Subsidy Scheme क्या हैं?
इस योजना के तहत, सरकार किसानों को सिंचाई के लिए डीजल पंप का उपयोग करने पर खर्च होने वाले डीजल लागत का एक हिस्सा वापस करेगी। यह वित्तीय सहायता किसानों के लिए कुल खेती के खर्च को कम करने में मदद करेगी, जिससे उनके लिए अपनी फसलों का कुशलतापूर्वक प्रबंधन करना आसान हो जाएगा।
डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के कारण किसानों पर बोझ बढ़ रहा है। इस योजना का उद्देश्य उच्च डीजल लागत के प्रभाव को कम करके महत्वपूर्ण राहत प्रदान करना है, जिससे किसान सिंचाई से जुड़े खर्चों के बारे में ज्यादा चिंता किए बिना बेहतर फसल उत्पादन पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
डीजल सब्सिडी योजना के लाभ
डीजल सब्सिडी योजना किसानों को सिंचाई की लागत में मदद करने के लिए बनाई गई है, खासकर धान, जूट और अन्य खरीफ फसल उगाने वालों के लिए। इस योजना के तहत किसानों को प्रति लीटर डीजल पर 75 रुपये की सब्सिडी मिलेगी। यह लाभ 8 एकड़ तक की जमीन के लिए लिया जा सकता है। धान और जूट के लिए अधिकतम 1500 रुपये प्रति एकड़ और अन्य खरीफ फसलों के लिए 2250 रुपये प्रति एकड़ सब्सिडी उपलब्ध है।
इसका मतलब है कि सब्सिडी की राशि की गणना किसान द्वारा खेती की जाने वाली एकड़ की संख्या के आधार पर की जाती है। सब्सिडी की राशि सीधे किसान के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी, इसलिए यह जरूरी है कि बैंक खाता किसान के आधार कार्ड से जुड़ा हो। किसान इस योजना के लिए 26 जुलाई से 30 अक्टूबर तक आवेदन कर सकते हैं। किसी भी अन्य जानकारी या सहायता के लिए किसान संबंधित विभाग से संपर्क कर सकते हैं।
डीजल सब्सिडी योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
Diesel Subsidy Scheme का लाभ उठाने के लिए किसानों को कुछ दस्तावेज तैयार रखने होंगे। इनमें शामिल हैं:
- किसान पंजीकरण संख्या
- निवास प्रमाण पत्र
- पंजीकृत मोबाइल नंबर
- डीजल विक्रेता से डीजल खरीद की रसीद
- बैंक खाता पासबुक की कॉपी
- पासपोर्ट साइज फोटो
- इन दस्तावेजों के सही होने से किसानों को आवेदन प्रक्रिया को आसानी से पूरा करने में मदद मिलेगी।
डीजल सब्सिडी योजना के लिए आवेदन कैसे करें
Diesel Subsidy Scheme के लिए आवेदन करना सरल है और इसे ऑनलाइन किया जा सकता है। किसानों को बिहार सरकार की आधिकारिक वेबसाइट dbtagriculture.bihar.gov.in पर जाना होगा। वेबसाइट पर जाने के बाद उन्हें दिए गए निर्देशों का पालन करना चाहिए। इस प्रक्रिया में व्यक्तिगत जानकारी भरना और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करना शामिल है। डीजल सब्सिडी के लिए आवेदन करने के अलावा, वेबसाइट अन्य कृषि-संबंधी सेवाएँ भी प्रदान करती है, जिनका किसान लाभ उठा सकते हैं।
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